जब मिले वक़्त




Arse baad uski ek dhundhi yaad ankhon me ashq la deti hai, kaise bhulaye ab. Bs likh leta hu ko mn karna hai. Ab bs bhagwan se ek hi dua hai salamat rakhe use. 

जब मिले वक़्त तो,
उन हवाओं से पूछना ,
कोई सात समुंदर पार,
तेरे लिए जी रहा है,

जब मिले वक़्त तो,
रात के उस सनाटे से पूछना,
कोई लाखो कोसों दूर
तेरे लिए दुआ कर रहा है,

जब मिले वक़्त तो,
उन तंग गलियों से पूछना,
कई सालों बाद भी कोई
तेरा इंतज़ार कर रहा है 




Post a Comment

0 Comments