कंधे पे तेरे,सर मेरा हो.ख्वाबों में मेरे,बसेरा तेरा हो.बस तू दिख जा,सवेरा जब भी हो।
सीने में मेरे,दिल तेरा हो,नाम में मेरे,नाम तेरा होबस तू दिख जा,सवेरा जब भी हो।
बाहों में मेरी,बाहें तेरी हो,कहानी में मेरी,ज़िक्र तेरा होबस तू दिख जासवेरा जब भी हो।
चाहत तेरी मेरीबहोत है यह गहरी,बस तू आजा,क्यों यह देरी हो।
बस तू दिख जा,सवेरा जब भी हो।
मैं मुसाफिर तो मंजिल तुझे बना लू,मै शायर तो ग़ज़ल तुझे बना लू,भर दू मांग तेरी सिंदूर सेऔर हमेशा के लिए तुझे अपना बना लू।
मैं दरिया तोतू मेरा किनारा होबस तू आजा,सवेरा जब भी हो।
बस तू दिख जा,सवेरा जब भी हो।
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