सब्र कर बन्दिया

Sabr-kar

अक्सर एक हार को पूरी तरफ से असफलता मान लेते है और अपने आत्म विश्वास को पूरी तरह से खो बैठते है। वो यह नहीं जानते की हार से ही जीत की शुरुआत होती है। हार ही तो जीत का पहला चरण होता है।
जो हार के जीत हासिल करता है उसे हार का अनुभव होता है और जीत का भी, कुल मिला के हार के जीतना वालों को दोनो ही हालातों का ज्ञान होता है, हार को कैसे सामना करना है वो पता रहता है।
इसीलिए तो जो हार के जीतता है वो ही बाजीगर कहलाता है।


उम्मीदे तोड़े ना करते,
राहे छोड़े ना करते।

हार ही तो जीत का पहला पड़ाव है
होगी जीत तेरी भी,
बस मेहनत और सब्र की दरकार है

चलने को होगी राहें नई,
राहों में होंगे राहगीर कई,
कहने को होगी बातें कई,
मुस्कुराने को होगी वजह कई।

सब्र कर बन्दिया,
वक़्त तेरा आएगा,
होगी जीत तेरी भी,
तेरा नाम भी छायेगा,
काम तेरा जारी रख,
फल तुझे मिल जाएगा।

मुश्किलों से डरा ना करते,
मंज़िलो से मुड़ा ना करते।

उड़ने को होगा आसमान भी,
जीने को होंगे अरमान भी,
सच होंगे तेरे ख्वाब भी,
पूरी होगी तेरी मुराद भी।

हार ही तो जीत का पहला पड़ाव है
होगी जीत तेरी भी,
बस मेहनत और सब्र की दरकार है ।

सब्र कर बन्दिया,
वक़्त तेरा आएगा,
होगी जीत तेरी भी,
तेरा नाम भी छायेगा,
काम तेरा जारी रख,
फल तुझे मिल जाएगा।

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